इटावा की सांस्कृतिक विरासत पर भी फिल्मकारों की नजर

इटावा ब्यूरोः राहुल तिवारी। दुर्दांत डाकुओं की शरणस्थली रहा चंबल घाटी हमेशा से फिल्मकारों की पसंद रही है। डकैतों की जिंदगी से जुड़े कई पहलुओं को रूपहले पर्दे पर दिखाया जा चुका है। अब जिले की सांस्कृतिक विरासत पर फिल्मकारों की नजर है और तो और जिले की धार्मिक पृष्ठभूमि भी उन्हें भा रही है। … Continue reading इटावा की सांस्कृतिक विरासत पर भी फिल्मकारों की नजर